भोपाल

साइबर ठगों के निशाने पर हैं आप, इसलिए याद रखें ये नंबर 1930, आपके बहुत काम आएगा।


Sanjana Kumar

10 December 2024

साइबर ठग ना केवल इमोशन से खेल रहे हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी आपको तोड़ रहे हैं, इनके झांसे में ना आएं, अलर्ट रहें।

बिना ओटीपी दिए एमपी के सिंगरौली के डॉक्टर दंपति से दो बार में ठगे 4 लाख रुपए।

दोपहर 12 बजे दंपती लंच की तैयारी में था। तभी फोन बजा और ठग पहले पेमेंट करने की जिद करता रहा।

ठगों ने डॉ. हेमलता चौधरी को फोन पर गाइड किया और बगैर ओटीपी के दो बार में चार लाख रुपए कट गए।

एक बार शक हुआ तो उन्होंने पहचान पत्र मांगा। ठग ने बिना देर किए बीएसएफ और गृह मंत्रालय का आईकार्ड भेजा और डॉ. दंपती ने भरोसा कर लिया।

साइबर ठगी के बाद तीस मिनट कितने महत्वपूर्ण होते हैं। इस घटना से बखूबी समझ जाएंगे, क्यों कि दंपति ने बिना देर किए घटना की सूचना पुलिस को दी।

डॉ. हेमलता चौधरी ने कहा, कोरोना के बाद अखबार मंगवाना छोड़ दिया। वरना वे अलर्ट रहतीं और ठगी का शिकार होने से बच जातीं।

साइबर ठगी के शिकार डॉक्टर दंपति, डॉ. राजीव चौधरी और डॉक्टर हेमलता चौधरी ने पत्रिका की तारीफ की, बोले अब अखबार रोज पढ़ेंगे।

डॉक्टर दंपती ने ठगी के तुंरत बाद थाने में ऑनलाइन शिकायत की, जिससे पुलिस को मदद मिली। जितनी जल्दी सूचना देंगे उतनी जल्दी पैसे होल्ड होंगे। -मनीष खत्री, एसपी, सिंगरौली

1930 एक राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर है। साइबर क्राइम का शिकार होने पर इस नंबर पर तुरंत कॉल करें। यह नंबर 24 घंटे उपलब्ध रहता है।