तीज-त्योहारों के देश भारत में हर घर का आंगन और द्वार रंगोली से सजाने की परम्परा रही है। मध्य प्रदेश भी इस ट्रेडिशन से जुदा नहीं रहा।
प्रदेश के बालाघाट के पत्थर देशभर में मशहूर थे क्योंकि उन पत्थरों से तैयार रंग से ही रंगोली के पारम्परिक डिजाइन तैयार किए जाते थे। 20 साल पुरानी इस परम्परा पर अब आधुनिकता का रंग चढ़ गया है।
रंगों के साथ ही फूल-पत्तियों और दलहन-अनाज का भी ट्रेंड बढ़ा बता दें कि वर्तमान में रंगों से इतर फूल और पत्तियों से भी आकर्षक रंगोली बनाई जाने लगी है।
अगर आप भी इस बार धनतेरस-दिवाली पर अपने घर के आंगन में रंगोली को नए स्टाइल और रंगों से सजाना चाहते हैं, तो यहां देखें रंगोली के बेस्ट ट्रेडी और ईजी डिजाइन...
पत्तों की रंगोली से सजाए आंगन
आज-कल चावल की रंगोली बनाने का भी ट्रेंड चल रहा है।
दाल से बनी रंगोली भी लोगों को खूब पसंद आती है।
फूल की रंगोली को लोग काफी पसंद करते हैं।