भोपाल

श्री कालिका मंदिर


Avantika Pandey

24 September 2025

राजधानी भोपाल के तलैया में बना काली मंदिर शहरवासियों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। न सिर्फ भोपाल बल्कि आसपास से भी यहां बड़ी संख्या में दर्शनार्थी दर्शन के लिए आते हैं। (फोटो सोर्स : सोशल मीडिया)

यह मंदिर छोटे तालाब के किनारे बना हुआ है, इसलिए इसे कालीघाट(Sri Kalika Temple Bhopal) के नाम से भी जाना जाता है। आस्था के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा भी यहां से लोग निहारते हैं। वहीं नवरात्र(Shardiya Navratri 2025) पर भक्तों की भारी भीड़ लगी रहती है। (फोटो सोर्स : सोशल मीडिया)

इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। पहले यहां सिद्ध मढ़िया हुआ करती थी। इस मढ़िया में कुछ समाजों के लोग कुलदेवी के रूप में मां काली की पूजा करते थे। इसके बाद इस मंदिर का पुर्ननिर्माण 1976 में किया गया। अब यह एक सिद्ध पीठ के रूप में है।

मंदिर के पीठाधीश्वर रजनीश सिंह बगवार का कहना है कि यहां श्रद्धालुओं की मनोकामना पूरी होती है। कई श्रद्धालु यहां मन्नत पूरी होने पर धागा बांधते हैं और नारियल अर्पित करते हैं। मन्नत पूरी होने के बाद धागा खोलते हैं।

न सिर्फ भोपाल बल्कि अनेक स्थानों से श्रद्धालु यहां आते हैं।