Mahamaya Temple: नवरात्रि में काफी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
सप्तमी की रात मां महामाया देवी शेर पर सवार होकर यहां साक्षात आती हैं और अपने आने का भक्तों को प्रमाण भी देती हैं।
सप्तमी पर मंदिर में पूजा का सिलसिला रात 11 बजे तक जारी रहता है, इसके बाद कुछ समय के लिए ट्रस्ट द्वारा मंदिर के सभी पट बंद कर दिए जाते हैं।
रात 12 बजे के बाद माता की प्रतिमा के सामने फर्श पर शेर के पंजे के निशान दिखते हैं।
जिसे हर साल नवरात्रि में सप्तमी में इस मंदिर में माता का चमत्कार देखने श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं।