महात्मा गांधी: बात 1915 हरिद्वार में कुंभ की है, यहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी अपने राजनीतिक गुरु गोपाल कृष्ण गोखले से मिले। यहां गोखले ने उन्हें इलाहाबाद में लगने वाले कुंभ में स्नान करने की सलाह दी। हालांकि अंग्रेजों ने कुंभ मेले में खूब अड़ंगा डालने की कोशिश की।
लेकिन असहयोग आंदोलन के समय 1918 में प्रयागराज कुंभ के लिए गांधीजी छिपकर पहुंचे और एक कुटी में रूककर संगम में स्नान किया। बाद में 10 फरवर को फैजाबाद में कांग्रेस अधिवेशन में इसकी जानकारी दी। अंग्रेजी अफसर की खुफिया रिपोर्ट जो क्षेत्रीय राजकीय अभिलेखागार में है, उसमें भी इसका जिक्र है।
डॉ. राजेंद्र प्रसादः बात 1954 की है भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद कुंभ मेला में कल्पवास करने पहुंचे। इसके लिए संगम तट पर स्थित अकबर किले में उनकी व्यवस्था की गई। इसके लिए अकबर किले की छत पर विशेष रूप से कैंप लगाया गया था। अब यह जगह प्रेसिडेंट व्यू के नाम से जानी जाती है।
इंदिरा गांधी: 1966 कुंभ के दौरान दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की अस्थियां लेकर इंदिरा गांधी वहां पहुंचीं थीं। यहां उन्होंने अस्थियों का गंगा में विसर्जन किया था।
जय प्रकाश नारायण: 1977 में आपातकाल के बाद कुंभ का आयोजन हो रहा था। इसी बीच जेपी (जय प्रकाश नारायण) ने कुंभ में स्नान किया।
सोनिया गांधी: साल 2001 की बात है जब कांग्रेस नेता सोनिया गांधी कुंभ मेले में पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने गंगा में डुबकी भी लगाई थी। इस दौरान अटल बिहारी वाजपेयी समेत कई नेताओं ने कुंभ के आयोजन में पहुंचे थे।
नरेंद्र मोदी: 2019 में हुए अर्धकुंभ में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे। ये कुंभ ऐसे समय में हुआ था, जब देश में आम चुनाव होने वाले थे। ऐसे समय में पीएम मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई थी।