Mahakumbh 2025: महाकुंभ का आयोजन प्रयागराज में होने जा रहा है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला माना जाता है। अगर आप महाकुंभ स्नान के लिए जा रहे हैं, तो प्रयागराज और आसपास की इन 6 आध्यात्मिक जगहों पर जरूर घूमिए।
त्रिवेणी संगम: यह वह पवित्र स्थान है जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदियों का संगम होता है। संगम पर स्नान करना महाकुंभ का मुख्य आकर्षण है। इसे मोक्ष प्राप्ति का द्वार माना जाता है।
अक्षयवट: पातालपुरी मंदिर और अक्षयवट का दर्शन करना महत्वपूर्ण है। अक्षयवट को अमर वट वृक्ष कहा जाता है, और इसे देखने से जीवन में शुभता आती है।
अलोपेश्वर मंदिर: प्रयागराज में स्थित यह मंदिर देवी सती के अलोपित अंग को समर्पित है। इसे अलोपी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां दर्शन करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
भारद्वाज आश्रम: ऋषि भारद्वाज का यह प्राचीन आश्रम भारतीय संस्कृति और वेदों के अध्ययन का केंद्र रहा है। यह स्थान ध्यान और शांति के लिए उपयुक्त है।
लेटे हुए हनुमान जी: संगम के पास स्थित यह मंदिर विशेष रूप से प्रसिद्ध है। यहां हनुमान जी की लेटी हुई प्रतिमा विराजमान है, जो अद्वितीय और श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र है।
मनकामेश्वर मंदिर: यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, जो सरस्वती घाट पर स्थित है। धार्मिक मान्यता है कि यहां दर्शन करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।