त्योहार

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के टिकरापारा में 5400 कंडों से 10 फीट ऊंची होलिका प्रह्लाद को गोद में लेकर बैठी है।


Shradha Jaiswal

13 March 2025

बुराई पर अच्छाई का और सामाजिक समरसता का पर्व होलिका दहन भद्रा समाप्ति के बाद गुरुवार को रात 11.31 बजे के बाद होगा।

इसके लिए शहर में जगह-जगह होलिका तैयार की गई। इससे पहले, सुबह 10:35 से रात 11:31 तक भद्राकाल रहेगा, जो शुभ कार्यों के लिए अनुपयुक्त माना जाता है।

होलाष्टक 14 मार्च को दोपहर 12:24 बजे तक रहेगा। 14 मार्च को चंद्रग्रहण भी है, लेकिन यह भारत में अदृश्य रहेगा, इसलिए इसका भारतीय क्षेत्र में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

इस संबंध में पंडित जगेश्वर अवस्थी ने बताया कि भारत में चंद्रग्रहण न देखने के कारण इस दिन के धार्मिक कार्यों और होली उत्सव पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।