यह मेला ग्वालियर में 104 एकड़ में फैले मेला मैदान में लगाया जाता है।
इसकी शुरुआत राजा माधोराव सिंधिया द्वारा साल 1905 में शुरू करवाया गया था जो दिसंबर से फरवरी तक चलता है।
इस बार यह मेला 25 दिसंबर से 25 फरवरी तक लगाया जाएगा।
बच्चों के मनोरंजन का ख्याल रखते हुए यहां विभिन्न झूले, भूत बंगला, मौत का कुआं और खाने के स्टॉल्स भी लगाए जाते है।
शुरुआत में यह मेला पशु व्यापार के लिए शुरू किया गया था लेकिन बाद में यहां और भी चीज़ों का व्यापार और झूले शामिल हो गए।
प्रमुख आकर्षणों में कवि सम्मेलन, कव्वाली दंगल आदि शामिल है। आज भी 10 हजार से ज्यादा पशुओं का व्यापर होता है।
इस मेले में बड़े अंतराष्ट्रीय वाहन ब्रांड जैसे ऑडी, मर्सिडीज और इलेक्ट्रॉनिक कंपनी जैसे सैमसंग भी अपने स्टाल्स लगाती है।
यहां से गाड़ी खरीदने पर कस्टमर को 50% तक रोड टैक्स में छूट मिलती है।
मेले का संचालन ग्वालियर व्यापार मेला बोर्ड करता है जिसकी नियुक्तियां मध्य प्रदेश सरकार करती है।