भारत के कई राज्यों में एचएमपीवी के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में जानते हैं HMPV वायरस डॉक्टर्स की राय क्या है।
डॉ.प्रशांत सक्सेना बताते हैं कि एचएमपीवी वायरस हमारे यहां कोई नया नहीं है। कई बार यह यहां देखने को मिल चुका है।
डॉ. तुषार तायल ने बताया कि सबसे पहले हमें यह समझना होगा कि यह वायरस चीन से नहीं आया है. यह पहले से ही हमारे वातावरण में मौजूद था।
डॉक्टर चारु दत्त अरोरा ने कहा कि नॉर्मल वायरस की तरह HMPV भी कम उम्र के बच्चों में खासकर 5 साल से कम और 65 साल के अधिक उम्र के वयस्कों में पाया जाता है।
डॉक्टर रणदीप गुलेरिया के अनुसार, इसके लक्षण सर्दी, खांसी और बलगम निकलने जैसे होते हैं. अगर किसी को बुखार या खांसी हो, तो उसे घर पर ही आराम करना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार एचएमपीवी वायरस नया नहीं है। पहली बार साल 2001 में एचएमपीवी (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) वायरस सबसे पहले 2001 में मानवों में पहचाना गया था।