मध्यप्रदेश के इंदौर के नवदंपत्ति हनीमून मनाने शिलांग गए और गुम हो गए। 9 दिन बाद पति का शव खाई में मिला लेकिन लेकिन पत्नी का कोई अतापता नहीं है। हजारों फीट गहरी खाई में ढूंढा गया पर अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। (फोटो सोर्स: पत्रिका)
नव विवाहित दंपती राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी 23 मई से शिलांग के लिविंग रूट ब्रिज देखने के बाद से लापता थें। (फोटो सोर्स: पत्रिका)
इस बीच जो रहस्यमयी बातें सामने आ रही है, वे बहुत ही हैरान करने वाली हैं। लिविंग रूट ब्रिज, जिसे डबल डेकर ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है। यहां पूर्व में भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। (फोटो सोर्स: Meghalaya Tourism Website)
सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद ने बताया कि स्थानीय लोगों से शिलांग के डबल डेकर स्थान के संबंध में जानकारी जुटाई तो पता चला कि वहां पहले भी लोगों के साथ वारदात हुई हैं। (फोटो सोर्स: Meghalaya Tourism Website)
अप्रैल में पुलिस ने पूर्वी खासी हिल्स के रामदैत गांव के जंगल से हंगरी के पर्यटक जोल्ट पुस्कास का शव बरामद किया था। वह 29 मार्च से लापता था। वह भी लिविंग रूट ब्रिज जाते समय लापता हो गया था और 12 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी। (फोटो सोर्स: Meghalaya Tourism Website)
100 साल से भी ज्यादा पुराने ये ब्रिज बहुत आनोखे है। इन्हें जीवित ब्रिज कहा जाता है क्योंकि ये पेड़ की जड़ों से तैयार होते हैं।लिविंग रूट ब्रिज को बनने में 15 से 20 साल लगते हैं, जो 500 साल तक भी टिक सकते हैं। प्रकृति के इस रहस्यमयी जगह पर इंदौर के नवदंपत्ति के मौत औऱ लापता होने का राज गुम है…। (फोटो सोर्स: Meghalaya Tourism Website)