चित्रकोट- बस्तर के संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से महज 39 किमी की दूरी पर चित्रकोट जलप्रपात स्थित है।
तीरथगढ़- तीरथगढ़ जलप्रपात बस्तर के कांगेर घाटी नेशनल पार्क में स्थित है। इसमें पानी सीढ़ी नुमा आकार में नीचे गिरता है।
धुड़मारास- बस्तर के धुड़मारास गांव ने कयाकिंग, बैंबू राफ्टिंग और होम स्टे ईको टूरिज्म से अंतरराष्ट्रीय पहचान बना ली है।
मट्टी मरका - मट्टी मरका बीजापुर जिले का गोवा है। यह स्पॉट बीजापुर जिले के भोपालपट्नम ब्लॉक में है।
नीलम सरई जलप्रपात- बीजापुर जिले के उसूर ब्लॉक में स्थित नीलम सरई जलधारा हाल ही के कुछ साल पहले सुर्खियों में आई है।
नंबी जलप्रपात- बस्तर की सबसे ऊंची जलधारा है। यह उसूर ग्राम से 8 किमी पूर्व की ओर नड़पल्ली ग्राम को पार करने के बाद नंबी ग्राम आता है।
पत्थरों का परिवार दोबे- नीलम सरई से मात्र तीन किमी की दूरी पर एक बेहद शानदार पर्यटन स्थल दोबे स्थित है। पत्थरों का गांव के नाम से प्रसिद्ध है।
लंका पल्ली जलप्रपात - बीजापुर जिला मुख्यालय से 33 किमी दूर दक्षिण दिशा की ओर आवापल्ली गांव है। निरंतर बहने वाले जलप्रपात के लिए प्रसिद्ध है।
इंचमपल्ली बांध - तारलागुड़ा क्षेत्र के चंदूर-दुधेड़ा गांव की सीमा से लगे गोदावरी नदी पर इंचमपल्ली बांध परियोजना अपने आप में ऐतिहासिक है।
झारालावा जलप्रताप - छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के झिरका के जंगल में खूबसूरत झारालावा जलप्रपात स्थित है।
मिचनार हिल टॉप - जगदलपुर से 40 तो वहीं चित्रकोट जल प्रपात से 25 किमी की दूरी पर मिचनार की खूबसूरत पहाड़ी स्थित है।
हांदावाड़ा जलप्रपात- दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ में खूबसूरत हांदावाड़ा जलप्रपात स्थित है।
ढोलकल शिखर- दंतेवाड़ा जिले के ढोलकल शिखर पर करीब ढाई से तीन हजार फीट की ऊंचाई पर गणपति विराजे हैं।
यहां ट्रैकिंग, एडवेंचर्स से लेकर दार्शनिक और वॉटरफॉल का आनंद एक साथ मिलेगा।