जगदलपुर मावली माता मंदिर में युगल होलिका जलाई जाती है।
होलिका में तेन्दू, पलाश, साल, खैर, धवड़ा, हल्दू और बेर सहित सात प्रकार की सूखी टहनियों का दहन होता है।
होलिका की राख कीट नाशक की तरह उपयोगी होती है।
होलिका दहन से पहले मावली माता की पूजा अर्चना की जाती है।
बस्तर राजपरिवार सदस्य माड़पाल होलिका दहन में शामिल होते हैं।
माड़पाल में ऐतिहासिक राजशाही होली के लिए रथ निर्माण शुभ मुहूर्त में किया जाएगा।