रतन टाटा ने हमेशा एक बेहद साधारण जीवन जीने को प्राथमिकता दी। वे मुंबई में एक साधारण से अपार्टमेंट में रहते थे और खुद अपनी गाड़ी चलाकर ऑफिस जाते थे।
रतन टाटा ने टाटा समूह के बॉम्बे हाउस में कुत्तों के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे और उन्हें रोज़ खाने-पीने की सुविधा दी जाती थी।
रतन टाटा ने कभी शादी नहीं की, लेकिन उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि वे चार बार शादी के करीब आए थे, लेकिन किसी ना किसी वजह से यह संभव नहीं हो पाया।
रतन टाटा पेशेवर पायलट भी हैं। उन्होंने 2007 में F-16 लड़ाकू विमान उड़ाकर भारत में एक मिसाल कायम की थी और ऐसा करने वाले वह पहले भारतीय उद्योगपति थे।
रतन टाटा ने मध्यम वर्ग के लिए सस्ती कार लाने का सपना देखा। जिससे कोई भी परिवार कार खरीद सके। हालांकि टाटा नैनो कमर्शियली सफल नहीं रही।
रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन के रूप में लगभग 21 वर्षों तक सेवा दी। उनके नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स जैसे Jaguar, Land Rover और Tetley को खरीदा।
रतन टाटा ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद हार्वर्ड बिजनेस स्कूल को कई बार वित्तीय मदद दी। इसके बदले में हार्वर्ड ने उनके नाम पर एक फंड की स्थापना की।