केंद्र सरकार के एक फैसले से अब मध्य प्रदेश के कई अनाथ बच्चों को रहने के लिए घर और माता-पिता का प्यार मिल पाएगा।
मध्य प्रदेश में बच्चा गोद लेने की प्रक्रिया को सरल करने के लिए दिए 12 सुझावों में से 6 पर भारत सरकार ने मंजूरी की मोहर लगा दी है।
इस कदम से मध्य प्रदेश के प्रत्येक जिले में एडॉप्शन एजेंसी खोलने का रास्ता साफ भी गया है।
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि सरकार की मंजूरी के बाद जिलों में और नए एडॉप्शन एजेंसी स्थापित करने के संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। इससे बच्चों को झाडिय़ों में फेंके जाने की घटना में कमी आई है।
मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि इस समय लगभग 20 हजार से ज्यादा पेरेंट्स एडॉप्शन के लिए तैयार है, लेकिन सिर्फ 4 हजार 500 बच्चे ही गोद दिए जाने की स्थिति में हैं।