मध्यप्रदेश के खंडवा में जन्मे किशोर कुमार को आज देशभर में उनके चाहनेवाले उन्हें नम आंखों से याद कर रहे है। गायकी के करियर में ऊंचा मुकाम पाने के बाद भी महान कलाकार जैसे शब्दों से ज्यादा किशोर कुमार 'खंडवा वाले' सुनना ज्यादा पसंद था...
संगीत की दुनिया में अपनी आवाज, अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले किशोर कुमार भले ही बड़े कलाकार हो गए लेकिन उन्होंने कभी उस जगह को नहीं भुलाया जहां उन्होंने अपना बचपन बिताया था
कोई छोटा फंक्शन हो या फिर सार्वजनिक फंक्शन वे गर्व के साथ अपना परिचय बताते हुए कहते थे किशोर कुमार 'खंडवा वाले'।
किशोर कुमार को सुरों का बादशाह यूहीं नहीं कहा जाता है। उन्होंने अपने पूरे जीवन में 110 से ज्यादा संगीतकारों के साथ 2678 गाने गाए हैं
आर डी बर्मन के साथ किशोर दा ने सबसे ज्यादा संगीत रिकॉर्ड किया है। इनकी संख्या 500 से भी ज्यादा है।