डॉ. अंबेडकर का जीवन केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे भारतीय समाज के लिए एक प्रेरणा का स्रोत है।
बाबा साहेब के इस दुनिया से चले जाने के बावजूद, उनके विचार और कथन आज भी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हुए हैं।
"धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए।"
"समानता एक कल्पना हो सकती है, लेकिन फिर भी इसे एक गवर्निंग सिद्धांत रूप में स्वीकार करना होगा।"
"शिक्षा जितनी पुरुषों के लिए आवश्यक है, उतनी ही महिलाओं के लिए।"
"मैं एक समुदाय की प्रगति को उस डिग्री से मापता हूं जो महिलाओं ने हासिल की है।"
"बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए।"
"सफलता कभी भी पक्की नहीं होती है, असफलता भी कभी अंतिम नहीं होती है, अपनी कोशिश को तब तक जारी रखो, जब तक आपकी जीत इतिहास ना बन जाए।"