आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनियाभर में पसंद किए जाने वाले भारत के स्वादिष्ट फूड असल में मूल रूप से भारत के नहीं हैं।
चाय: भारत में कई लोगों की सुबह गरमागरम चाय से होती है, लेकिन इस चाय की उत्पत्ति चीन में हुई और वहां से यह भारत और अन्य देशों में फैली। ब्रिटिश राज के दौरान इसे भारत में बड़े पैमाने पर लोकप्रिय बनाया गया।
चिकन टिक्का मसाला: भारत में नॉन-वेज खाने वाले लोग सबसे ज्यादा पसंद करते हैं, लेकिन यह डिश ब्रिटेन का मूल है। यह डिश भारतीय नहीं, बल्कि ब्रिटिश-भारतीय व्यंजन है। इसे भारतीय प्रवासियों ने ब्रिटेन में तैयार किया, जहां इसे व्यापक रूप से पसंद किया गया।
समोसा: समोसा, जिसे भारत में शाम के नाश्ते और मेहमाननवाजी के लिए पेश किया जाता है, केवल भारत में नहीं, बल्कि विदेशों में भी बहुत प्रसिद्ध है। इसका मूल मध्य एशिया है। समोसा मूल रूप से "संबोसाग" के नाम से मध्य एशिया में बना था। भारत में इसे मसालेदार आलू के साथ नया रूप दिया गया।
जलेबी: भारत में जलेबी को बेहद पसंद किया जाता है, लेकिन जलेबी मूल रूप से पर्शिया (ईरान) का है। यहां प्राचीन रूप से "जलाबिया" या "जलाबिया बामिया" के नाम से जाना जाता था।
गुलाब जामुन: भारत के हर खाने का शान समझा जाने वाला यह मिठाई भी भारत का नहीं है। इसका मूल पर्शिया (ईरान) है। यह मिठाई पर्शिया का फेमस व्यंजन है और यह डिश "लुक्मत-अल-कादी" से प्रेरित है। भारत में इसे खोए के साथ बनाया गया और अपनी अलग पहचान मिली।
दाल-चावल: आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत में सबसे ज्यादा खाया जाने वाला यह डिश भी भारत का मूल नहीं है। यह व्यंजन नेपाल का मूल है, लेकिन अब यह प्राचीन भारतीय सभ्यता का हिस्सा बन चुका है। यह हर भारतीय रसोई का आधार है।
फिल्टर कॉफी: भारत में बेहद पसंद किया जाने वाला यह ड्रिंक का मूल यमन है। इसकी सबसे पहली खेती यमन में हुई थी। भारत में दक्षिण भारतीय फिल्टर कॉफी अपनी खास शैली में बनाई जाती है।