विटामिन बी6 की कमी से फील गुड हार्मोन की कमी हो सकती है, जिससे मूड स्विंग्स और चिढ़चिढ़ापन बढ़ सकता है।
विटामिन बी12 की कमी से थकान और सुस्ती होती है, जिससे अनजाने में तनाव का सामना भी हो सकता है।
ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से भी यह समस्या हो सकती है।
विटामिन D की कमी भी इसका कारण हो सकती है।
मैग्नीशियम की कमी से मानसिक स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है, जिससे चिढ़चिढ़ापन बढ़ सकता है।
विटामिन और मिनरल्स की कमी को पूरा करने के लिए अपने आहार में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे पत्तेदार सब्जियां, एवोकाडो, नॉन-वेज, मछली, ब्रोकोली और स्प्राउट्स।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल जागरूकता के लिए है और यह किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी दवा या उपचार को अपनाने से पहले विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।