आज के समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई किसी न किसी वजह से तनाव महसूस कर रहा है। चाहे वह बड़े बुजुर्ग हों या छोटे बच्चे, सभी किसी न किसी रूप में जीवन की परेशानियों से जूझ रहे हैं।
क्या आपने कभी महसूस किया है कि जब सब कुछ ठीक हो, तब भी मन में एक उदासी का एहसास होता है?
एक व्यक्ति इसी तरह की समस्या लेकर प्रेमानंद जी के पास गया और अपनी परेशानी बताई। तब प्रेमानंद जी ने उसे तनाव से मुक्ति पाने के कुछ साधारण और प्रभावी उपाय बताए।
अगर आप भी तनाव महसूस कर रहे हैं, तो प्रेमानंद जी द्वारा बताए गए उपायों को अपनाकर आप भी मानसिक शांति पा सकते हैं।
प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि अपने मन को हमेशा प्रसन्न रखें और यह सोचें कि जो भी होगा, वह ईश्वर की मर्जी होगी और वह सर्वोत्तम होगा।
प्रेमानंद जी के अनुसार, तनाव से मुक्त होने का सबसे सरल उपाय प्रभु का चिंतन करना है। जब हम प्रभु का ध्यान करते हैं, तो हमारे मन में शांति और सकारात्मकता बनी रहती है।
उन्होंने यह भी बताया कि लगातार प्रभु का चिंतन करने से हमारे मन में अच्छे विचार आने लगते हैं।
महाराज जी का कहना है कि चिंता, चिता के समान है, जो इंसान को अंदर से जलाती है।
इसलिए, आत्मज्ञान और साधना से हम अपने नकारात्मक विचारों को दूर कर सकते हैं, चाहे हमारे पास कितनी भी बड़ी समस्या क्यों न हो।
महाराज जी यह भी बताते हैं कि दूसरों की नकारात्मक बातें सुनकर हमें अपने मन को तनाव का कारण नहीं बनने देना चाहिए।
अगर कोई हमें बुरा कहे, तो भगवान का नाम लें, क्योंकि इससे विवेक जागृत होता है और कुछ ही पल में चिंता समाप्त हो सकती है।
इसलिए, अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए इन सरल उपायों को अपनाना जीवन को सुकून और शांति से भर सकता है।