कोलकाता में दुर्गा पूजा महज एक त्योहार नहीं है ,यह एक भावना है जो बंगाल और उसके बाहर के लोगों के साथ गहराई से जुड़ी हुई है ।
एकदालिया एवरग्रीन: यह 26 फीट की मूर्ति और मंदिर-प्रेरित सजावट के साथ 81 सालों की अपनी विरासत को जारी रखता है।
सुरुची संघ: यहां के ज्वेलरी-से सजे हुए मूर्ति को देखने के लिए लोग 45 मिनट से एक घंटे तक इंतजार करते हैं।
चेतला अग्रणी : यह अपने लेटेस्ट थीम, शानदार रोशनी और जटिल शिल्प कौशल के लिए प्रसिद्ध है।
काशी बोस लेन: यह पंडाल प्राचीन पुराणों की कलात्मक प्रस्तुति के लिए दर्शकों को प्रभावित करता है।
संतोष मित्रा स्क्वायर : इसकी भव्यता के लिए जाना जाता है, संतोष मित्रा स्क्वायर में सुंदर, पर्यावरण-अनुकूल सजावट होती है।
ताला प्रत्यय: स्थानीय और वैश्विक संस्कृति का संगम देखना चाहते हैं? यहां आकर Contemporary Culture का अनुभव करें।
त्रिधारा सम्मेलन: यह एकमात्र क्लब है जो पिछले दस साल से पूजा विशेष पत्रिका का प्रकाशन कर रहा है।
मैडॉक्स स्क्वायर: युवाओं और परिवारों के लिए एक आकर्षण, यह पंडाल अपने माहौल के लिए अवश्य देखने लायक है।
कुमारटुली पार्क: स्थानीय कारीगरों के काम का अनुभव करें, यह उत्तरी कोलकाता का सबसे फोटो-जेनिक पंडाल है।
बागबाजार सर्वजनिन: यह सबसे पुराने पंडालों में से एक है जो दुर्गा पूजा को पूरे समुदाय के साथ मनाता है।