महाकुंभ 2025 का मेला 13 जनवरी से शुरू होने जा रहा है।
टेक्नोलॉजी के शौकिन:यह नागा संन्यासी टेक्नो-फ्रेंडली भी हैं। वह खाली समय में अपने मोबाइल पर भगवान के भजन इत्यादि सुनते रहते हैं। यह दर्शाता है कि धर्म के साथ-साथ आधुनिकता को भी वह आसानी से अपना रहे हैं।
शरीर में भभूत का लेप:नागा संन्यासी अपने पूरे शरीर में भभूत का लेप लगाते हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने शरीर पर खास किस्म की भभूत लगाते हैं, जिसे वह श्मशान से लेकर आते हैं।
चश्मा और नरमुंड:महाकुंभ के मेले में नागा संन्यासी अतरंगी वेश-भूषा में नज़र आए। नागा संन्यासी ने गले में नरमुंड की माला पहनी है और आंखों पर हरे रंग का चश्मा लगा रखा है।
भक्तों को स्वैग भरा आशीर्वाद:अपने डेरे में बैठे हुए, यह नागा संन्यासी उस तरफ से गुजरने वाले भक्तों को स्वैग भरा आशीर्वाद भी देते रहते हैं।
चाय पीने का तरीका है अनोखा:आमतौर पर लोग कप, प्याली या कटोरे में चाय पीते हैं, लेकिन नागा बाबा का चाय पीने का तरीका भी अनोखा है। वह चाय पीने के लिए खास बर्तन इस्तेमाल करते हैं। वह नारियल की खोल में चाय पीते हैं।