भारत की अधिकांश नदियों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं, जैसे गंगा, यमुना, नर्मदा, और गोदावरी, जिन्हें सनातन धर्म में माता का दर्जा दिया गया है।
इन नदियों को धार्मिक रूप से अत्यधिक सम्मानित किया जाता है और माना जाता है कि इन नदियों में स्नान करने से पाप धूल जाते हैं।
उदाहरण स्वरूप, गंगा को "मां गंगा" कहा जाता है।
लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ब्रह्मपुत्र नदी को एक विशेष स्थान प्राप्त है, क्योंकि यह एकमात्र नदी है जिसे पुरुष के नाम से संबोधित किया जाता है।
इसे भगवान ब्रह्मा के पुत्र के रूप में पूजा जाता है, और इसी कारण इसे "पुरुष नदी" माना जाता है।
ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम तिब्बत में मानसरोवर झील के पास चेम्यांगडिंग ग्लेशियर से होता है।
यह नदी असम और अरुणाचल प्रदेश में प्रमुखता से पूजा जाती है।
इसकी लंबाई लगभग 2900 किलोमीटर है, और यह भारतीय उपमहाद्वीप के प्रमुख जलस्रोतों में से एक है।