अंतर्राष्ट्रीय कथाकार पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने कथा में आए लाखों भक्तों को कथा रूपी अमृत का रसपान कराया।
हम भगवान की भक्ति करें तो हमारे मन में श्रद्धा और विश्वास होना चाहिए तभी हमारा कार्य सफल होगा।
भगवान का पूजन अर्चन करते हुए कोई भी चीज समर्पित कर रहे हैं तो उसका फल हमको नहीं मिलेगा क्योंकि हमने मन से पूजन अर्चन नहीं किया।
सनातन धर्म को मजबूत बनाने के लिए हमारे हिंदू भाई बहनों को मजबूती के साथ कार्य करना।
भारत देश वीर सपूतों का देश है वीर जवानों का देश है इसलिए सनातन धर्म को आगे बढ़ाने पर जरूर विचार करें।