राजधानी के खारुन नदी के तट पर स्थित हटकेश्वरनाथ धाम में छत्तीसगढ़ी रस्मों के साथ शिव जी का विवाह कार्यक्रम चल रहा है।
मंदिर से लेकर तमाम शिवालयों को सजाया और संवारा जा रहा है. महाशिवरात्रि के अवसर पर कई जगह पर रूद्राभिषेक से लेकर अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे।
रायपुर के बूढ़ेश्वर महादेव मंदिर में भी महाशिवरात्रि का विशेष आयोजन होगा। 26 फरवरी की सुबह से ही भक्त भगवान शिव की पूजा-अर्चना में लीन होंगे।
माता पार्वती और भगवान शिव के विवाह के बाद, मंदिर में पूरे विधि-विधान से महाआरती होगी। इस दिन भगवान शिव का श्रृंगार अर्धनारीश्वर रूप में किया जाएगा।
25 फरवरी को तेल माटी की परंपरा निभाई जाएगी, उसके बाद 26 फरवरी को भगवान शिव की भव्य बारात निकाली जाएगी।