पूर्व महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने हॉकी से संन्यास ले लिया।
रानी ने संन्यास लेते हुए कहा कि उनके हॉकी कारियर की यात्रा शानदार रही है।
उन्होंने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि भारत के लिए इतने लंबे समय तक खेलूंगी। मेरा बचपन से बहुत गरीबी में रहा लेकिन मेरा ध्यान हमेशा कुछ करने देश का प्रतिनिधित्व करने पर था।
रानी ने वर्ष 2008 में 14 वर्ष की आयु में अंतरराष्ट्रीय हॉकी में डेब्यू किया था। उन्होंने अपने करियर में देश के लिए 254 मैचों में 205 गोल किये।
रानी रामपाल को वर्ष 2020 में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार और इसके बाद देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया।
उन्हें हाल ही में सब जूनियर महिला टीम का राष्ट्रीय कोच नियक्त किया था।