अक्षयवट की पौराणिक और धार्मिक मान्यता है।
प्रलय के वक्त जब पूरी धरती डूब गई थी तब मात्र एक वृक्ष बचा था।
माता सीता ने आशीर्वाद दिया था कि प्रलय काल में जब धरती जलमग्न हो जाएगी तब अक्षयवट हरा-भरा रहेगा।
300 साल पुराने अक्षयवट का उल्लेख पुराणों में भी मिलता है।