मछली पालन विभाग ने 5 मछुआरों को जाल एवं 1 हितग्राही को आइस बॉक्स प्रदान किया।
अपने उद्बोधन की शुरुआत मंत्री चौधरी ने भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी, रामगढ़ और महाकवि कालिदास के जयकारों के साथ की।
श्रीराम और केवट संवाद पर आधारित नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।
महाकवि कालिदास द्वारा यहीं ‘मेघदूतम’ की रचना की गई थी, यह स्थल हमारी सांस्कृतिक धरोहर है।
नाट्य प्रस्तुति ने दर्शकों को देर शाम तक चले इन कार्यक्रमों ने दर्शकों को उत्सव स्थल पर बांधे रखा।