पूरा परिसर ग्रामीण लोकसंस्कृति और छत्तीसगढ़ी धुनों से सराबोर।
राउत नाचा: दीपावली के दौरान यादव समुदाय द्वारा किया जाने वाला पारंपरिक लोकनृत्य।
धार्मिक महत्व: यह नृत्य गोवर्धन पूजा और श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़ा होता है।
वेशभूषा: नर्तक रंग-बिरंगे वस्त्रों, पगड़ी और कौड़ियों-घुंघरुओं से सजे रहते हैं।
वाद्य यंत्र: ढोल, मांदर और नगाड़े की थाप पर सामूहिक तालबद्ध नृत्य।
सांस्कृतिक संदेश: धार्मिक आस्था, सामाजिक एकता, श्रम, पशुपालन और गौरव की अभिव्यक्ति।