दिवाली को लेकर दीया निर्माण कार्य चरम पर पहुंच चुका है।
दीप,घड़े और फूलझड़िया सहित विविध मिट्टी की वस्तुओं को बनाने का सिलसिला शुरू हो गया है।
दीया सहित दीपावली व छठ के लिए आवश्यक मिट्टी से जुड़े सामान बनाने में जुटे हुए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में कुम्हार के चाक तेजी से घूमने लगे हैं।
महंगाई और चाक के मिट्टी की अनुपलब्धता कुम्हारों को काफी खल रही है।
दीपावली करीब आते ही मार्केट में मिट्टी से निर्मित दीया व अन्य समान की दुकान सजने लगी है।