हरे कृष्ण कीर्तन, जगन्नाथ स्वामी नयनपथ गामी के भजन के साथ साथ यात्रा आगे बढ़ती गई।
पूरे यात्रा पथ मार्ग में लोगों को गजमुंग प्रसाद का वितरण किया गया।
छेड़ा पहरा रथ के सामने सोने की झाड़ू से यात्रा का शुभारंभ हुआ।
गोविंदा प्रभु जी पूरे यात्रा दौरान जगन्नाथ जी और भक्तों के ऊपर फूलों की वर्षा की गई।
108 भोग अर्पण कर राजभोग के आरती के साथ जगन्नाथ जी को रथ में बिठाया गया।