ज्योति का आंकड़ा: महामाया मंदिर-10,000, बंजारी धाम-8,500, कालीमाता मंदिर-4,000।
नौ दिन का उत्सव: 22 सितंबर से जसगीत, जगराता, डांडिया और दसवें दिन दशहरा।
एनआरआई पंजीयन: कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से ऑनलाइन नाम दर्ज।
पीतल के कलश में ज्योति: 10,000 से अधिक कलश, पितृमोक्ष अमावस्या से प्रतिपदा तक प्रज्ज्वलित।
अन्य मंदिरों में ज्योति: शीतला माता, कंकाली माता, दंतेश्वरी और चंडीमाता मंदिर में 1,500-2,000 ज्योति।
झांकियां और पंडाल: 35 मूर्तियों का अंतिम रूप, कोलकाता से कारीगर बुलाए गए।