अक्सर आपने सुना या देखा होगा की मंदिर की सजावट रंगबिरंगे फूलों से या फिर जगमगाती लाइटों से की जाती है।
शायद आपको जानकार हैरानी हो कि एक ऐसा मंदिर भी है जहां हर साल पैसों और हीरे जेवरातों से सजावट की जाती हैं।
एमपी के रतलाम जिलें के माणकचौक में स्थापित महालक्ष्मी मंदिर को धनतेरस से लेकर दीपावली तक करोड़ों रुपयों से सजाया जाता है। मान्यता है कि माता लक्ष्मी साक्षात इस मंदिर में विराजित हैं।
दीपावली के समय इस मंदिर की सजावट को देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। मां लक्ष्मी से भक्तों की अटूट आस्था जुडी हुई है।
महालक्ष्मी मंदिर में माता लक्ष्मी के साथ विघ्नहर्ता गणेश और ज्ञान की देवी कही जाने वाली मां सरस्वती की प्रतिमा भी मौजूद है।
महालक्ष्मी मंदिर को लेकर एक अनोखी मान्यता सदियों से प्रचलित है। लोगों का मानना है कि जो कोई भी माता लक्ष्मी के श्रृंगार को अपनी तिजोरी या फिर धन रखने वाले स्थान पर रखता है, उसके घर-परिवार पर माता लक्ष्मी की असीम कृपा बरसती है।