सिरोही के सोनेला पंचायत का मालीपुरा कुसमा गांव भगवान रामचन्द्रजी मंदिर के नाम से विख्यात है।
इस गांव का निर्माण भगवान राम के पुत्र कुश के वंशजों ने कराया था, जिससे क्षेत्र का नाम कुसमा हो गया।
खास बात यह कि सांखला माली जाति परिवार के लोग आज भी पशुओं का दूध व छाछ को बेचते नहीं हैं।
वे अपने पुरखों के बताए अनुसार दूध बेचना पुत्र को बेचने के समान मानते हैं।
गांव में करीब 300 लीटर दूध होता है, उसकी छाछ बनाकर मुफ्त में देते हैं।
गांववाले कहते हैं कि पूर्वज भी दूध नहीं बेचते थे। वे दूध को बेचना पुत्र को बेचने के बराबर मानते थे।
इनका मानना है कि दूध बेचने से घर में नारगी यानी दरिद्रता और दुख आता है।
मंदिरों में भजन कीर्तन व धार्मिक कार्यक्रम में भी सारा दूध व छाछ निशुल्क उपलब्ध कराते हैं।