छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है।
‘दुड़मा वाटरफॉल,’ इसी विरासत का अनमोल रत्न है जिसे राज्य के मुखिया ने बहुत ही कुशलता से संवारा है।
दुड़मा वाटरफॉल,’ अब न केवल स्थानीय लोगों के बीच बल्कि राज्यभर के पर्यटकों के लिए आकर्षण का प्रमुख केंद्र बन गया है।
दुड़मा वाटरफॉल का सौंदर्य स्वर्ग से कम नहीं है।
बारिश के मौसम में यह झरना अपनी पूरी भव्यता के साथ और भी खूबसूरत लगता है इसीलिए दूर-दूर से पर्यटक यहां आनंद लेने आते हैं।
Dudma Waterfall को हिकमीरास के नाम से भी जाना जाता है।
सुकमा जिला मुख्यालय से लगभग 28 किलोमीटर की दूरी पर छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम पंचायत चिपुरपाल में स्थित है।
यह जलप्रपात अपने चारों ओर फैली हरियाली और ठंडे वातावरण के कारण सालभर सुकून और आनंद का अनुभव कराने वाला स्थल है।
Dudma Waterfall भारत के प्रमुख झरनों में से एक है, जो ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सीमा में स्थित है।
यह जलप्रपात माचकुंड नदी में स्थित है और लगभग 157 मीटर (515 फीट) की ऊँचाई से गिरता है।
इसके आसपास का क्षेत्र घने जंगलों, पहाड़ियों और प्राकृतिक गुफाओं से घिरा हुआ है, जो इसे और भी आकर्षक बनाता है।