उन्होंने बेहद ही कम समय में तेज तर्रार छात्र नेता के तौर पर पहचान बनाई।इस दौरान नरेश मीणा ने विभिन्न छात्र आंदोलनों का नेतृत्व किया।
वह राजस्थान विश्विद्यालय छात्र संघ के पूर्व जनरल सेक्रेटरी रह चुके हैं।
उन्होंने कांग्रेस पार्टी के साथ जुडकर सक्रिय राजनीति में कदम रखा। हालांकि वर्तमान में उन्होंने बागी होकर बतौर निर्दलीय प्रत्याशी टोंक जिले के देवली-उनियारा सीट से चुनाव लड़ा है।
मतदान के दिन यानी 13 नवंबर को बहस के बाद एसडीएम को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद से वह सुर्खियों में हैं।
RAS एसोसिएशन ने उनकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए हैं। हड़ताल की चेतावनी भी दिया गया है।
हालांकि प्रशासन से बहस या तीखी नोंकझोंक इससे पहले भी वह कई बार कर चुकें हैं। 15 से अधिक मामले उनके खिलाफ दर्ज हैं।