उज्जैन के महाकाल वन में उदासीन अखाड़े के नीचे गंधर्व घाट पर स्थित है कुक्कुटेश्वर महादेव मंदिर।
स्कंद पुराण में वर्णित 84 शिवलिंग में से एक इस मंदिर में स्थापित है।
स्कंद पुराण के अनुसार, इस मंदिर में पूजा करने से आपके पूर्वज (पितृ) पशु योनि से मुक्त हो जाते है।
पितृ पक्ष के 15 दिन और शिवरात्रि में यहां सबसे ज्यादा मात्रा में दर्शनार्थी आते है।
यहां शिवलिंग के अलावा माता पार्वती, कार्तिकेय, गणेश और नदी जी की मूर्तियां है।
इसको लेकर एक राजा की कहानी प्रचलित है जो दिन में मनुष्य और रात में कुक्कुट यानी मुर्गा बन जाया करता था।