पृथ्वी अपनी धुरी पर लगभग 23.5 डिग्री झुकी हुई है। इस वजह से पृथ्वी का उत्तरी गोलार्ध सूर्य से दूर झुका होता है।
इस दौरान आर्कटिक सर्कल के भीतर बसी जगहों पर सूरज कई दिनों या कई महीनों तक क्षितिज के ऊपर नहीं आता।
आर्कटिक सर्कल के भीतर अलास्का मौजूद है। इसके उत्तरी भाग में इसी वजह से "पोलर नाइट" की घटना होती है।
इस दौरान सूरज क्षितिज के नीचे रहता है, जिससे पूरा दिन अंधेरा रहता है।
ये अवधि नवंबर के अंत से जनवरी के मध्य तक रहती है। ऐसे में कभी-कभी एक महीने और कभी दो महीने तक सूरज नहीं निकलता है।
सूरज नहीं उगने के बावजूद दिन के कुछ घंटों में थोड़ा उजाला जिसे सिविल ट्वाइलाइट कहते हैं, हो सकता है।
वहीं जैसे-जैसे धरती सूर्य की ओर झुकती है दिन फिर से लंबे होने लगते हैं।