विदेश

इजरायल और फिलिस्तीन में क्यों है दुश्मनी


Jyoti Sharma

5 December 2024

गाज़ा में बीते एक साल से इजरायल हमास के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है।

इस युद्द में अब तक 40 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत का दावा गाज़ा का स्वास्थ्य मंत्रालय कर रहा है।

कई लोगों के मन में ये सवाल है कि आखिर इजरायल की फिलिस्तीनियों से इतनी दुश्मनी क्यों है?

ये विवाद आज का नहीं बल्कि दशकों पुराना है। ये संघर्ष मुख्य रूप से भूमि, पहचान और राष्ट्रीयता से जुड़ा हुआ है।

इज़राइल और फिलिस्तीन का क्षेत्र जिसे ऐतिहासिक रूप से कनान या पवित्र भूमि कहा जाता है।

7वीं सदी से लेकर प्रथम विश्व युद्ध तक ये क्षेत्र मुख्य रूप से मुस्लिम शासन (अरबों और उस्मानी साम्राज्य) के अधीन रहा।

पहले विश्व युद्ध के बाद ये इलाका ब्रिटेन के कब्जे में आया। 1917 में बैलफोर घोषणा के तहत ब्रिटेन ने यहूदियों के लिए एक ‘यहूदी राष्ट्र’ का समर्थन किया।

19-20वीं सदी में ज़ायोनिज़्म आंदोलन के तहत बड़ी संख्या में यहूदी यूरोप से फिलिस्तीन में बसने लगे।

1947 में संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीन को दो राज्यों एक यहूदी और एक अरब में विभाजित करने की योजना बनाई।

इस योजना का अरबियों ने विरोध किया, 1948 में इज़राइल की स्थापना हुई, जिसके बाद अरब-इज़राइल युद्ध हुआ।

इस युद्ध में इज़राइल जीत गया, जिसके बाद साढ़े 7 लाख फ़िलिस्तीनियों ने अपना इलाका छोड़ दिया।

इसके बाद ब्रिटिश राज वाला पूरी इलाका 3 हिस्सों में बंट गया, जिसे इजरायल वेस्ट बैंक और गाज़ा पट्टी का नाम दिया गया।