स्थिर दौड़:
दो मिनट के लिए एक ही स्थान पर दौड़ना। गति बढ़ाकर घुटनों को सीने की ओर उठाकर पंजों को नितंबों से लगाते हैं। पंजों को दाएं-बाएं कर गति को धीरे-धीरे कम करते हैं।
मुख धौति: घुटनों पर हाथ रखकर झुकते हुए 3-4 बार तेज सांस (कार्बन डाई ऑक्साइड) लेने व छोड़ने की क्रिया करना।
समपादासन: मुख धौति के बाद इस स्थिति में खड़े होते हैं। इसमें पैरों के बीच लगभग एक फुट का अंतर रखकर खड़े होकर सांस पर ध्यान केंद्रित करना होता है।
आंखों का व्यायाम: आंखों के गोलक (आईबॉल) को ऊपर-नीचे, दाएं-बाएं व गोल घुमाते हैं। साथ ही हथेलियों से आंखों को ढक कर तेजी से टिमटिमाते हैं।
कानों को ढकना: तर्जनी अंगुली को कान में डालकर मालिश करते हैं। 3-4 बार हथेलियों की कटोरी बनाकर कानों को दबाना व छोड़ना करें।
मुंह का व्यायाम: मुंह में हवा भरकर गोल-गोल घुमाते हैं। साथ ही 3-4 बार मुंह को खोलने व बंद करने जैसी क्रियाएं की जाती हैं।
गर्दन को घुमाएं: गर्दन को आगे-पीछे, दाएं-बाएं और अद्र्धचक्र में घुमाते हैं। ये क्रियाएं धीरे-धीरे करें। सर्वाइकल स्पोंडिलाइटिस से पीडि़त डॉक्टरी सलाह से इसे करें।
कमर झुकाना : आगे-पीछे व दाएं-बाएं झुकना। त्रिकोणासन (विपरीत हाथ से विपरीत पैर के पंजे को झुकते हुए छूने की कोशिश) करना। कमरदर्द में इसे डॉक्टरी सलाह से ही करें।
पेट को खींचना: कुछ सेकंड्स सांस रोककर पेट को तेजी से अंदर खींचकर बाहर छोड़ें। इसे दस बार करें।
घुटनों का व्यायाम: दोनों हाथों को सामने या कमर पर रखकर कुर्सी आसन में बैठें। ऐसा 3-4 बार करें जिसमें कमर का ऊपरी हिस्सा सीधा रहे। धीरे-धीरे नीचे बैठें व ऊपर उठें।
पंजों का व्यायाम: क्रमश: दाएं व बाएं पैर को आगे-पीछे करने के साथ दोनों दिशाओं में बारी-बारी से घुमाना। पंजे को ऊपर-नीचे की ओर खींचना।