भारतीय मूल की अमरीकी वैज्ञानिक डॉ. संगीता भाटिया (मैसाच्यूसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) ने कैंसर की आसान जांच के लिए ‘पेपर स्ट्रिप टेस्ट’ नामक नई तकनीक ईजाद की है।
यह प्रेग्नेंसी टेस्ट की तरह बहुत आसान जांच है। इस तकनीक में कागज की एक पट्टी पर व्यक्ति के यूरीन के नमूने को डाला जाता है। अगर पट्टी पर रंगीन रेखाएं दिखाई देने लगें तो समझें कि वह व्यक्ति कैंसर से पीडि़त है।
यह पेपर स्ट्रिप टेस्ट नैनो पार्टिकल्स पर आधारित है। दरअसल कैंसर ग्रस्त ट्यूमर खास तरह के प्रोटीन मैट्रिक्स मेटलॉप्रोटीनएज (एमएमपीज) का उत्सर्जन करते हैं। एमएमपीज, पेपर स्ट्रिप में लगाए गए पेप्टाइड नामक तत्व के संपर्क में आने के बाद बायोमार्कर (कैंसर का संकेत देने वाले कण) पैदा करते हैं और प्रतिक्रिया स्वरूप टेस्ट पेपर रंगीन हो जाता है।
यह पद्धति वैसे दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए उपयोगी साबित होगी, जहां कैंसर रोगों की जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं है।