मोटापे की वजह
स्कूल या घर के आसपास पिज्जा, बर्गर, समोसे, कोल्ड ड्रिंक आदि आसानी से मिलते हैं। टी.वी पर भी इन फूड आइटम्स के ढेरों विज्ञापन आते हैं, जिनके प्रति बच्चे ज्यादा आकर्षित होते हैं और मोटापे से ग्रसित हो जाते हैं।
स्कूल या घर के आसपास पिज्जा, बर्गर, समोसे, कोल्ड ड्रिंक आदि आसानी से मिलते हैं। टी.वी पर भी इन फूड आइटम्स के ढेरों विज्ञापन आते हैं, जिनके प्रति बच्चे ज्यादा आकर्षित होते हैं और मोटापे से ग्रसित हो जाते हैं।
ऐसा करें :
बच्चे के स्कूल ब्रेक के हिसाब से उसका टिफिन तैयार करें। पोहा, उत्पम, इडली, दाल का परांठा या स्प्राउट्स भी दे सकते हैं। उनके संपूर्ण विकास के लिए उन्हें फल, सब्जियां, दूध, दही और सलाद खाने में दें।
बच्चे के स्कूल ब्रेक के हिसाब से उसका टिफिन तैयार करें। पोहा, उत्पम, इडली, दाल का परांठा या स्प्राउट्स भी दे सकते हैं। उनके संपूर्ण विकास के लिए उन्हें फल, सब्जियां, दूध, दही और सलाद खाने में दें।
गलत आदतें
बच्चों की जिद या उन्हें खुश करने के लिए कई माता-पिता बिना सोचे समझे चॉकलेट, चिप्स, टॉफी, और सॉफ्ट ड्रिंक्स दिलाते रहते हैं। इससे बच्चों में मोटापा बढ़ता है। ऐसा करें :
बच्चे को सॉफ्ट ड्रिंक्स की बजाय नारियल पानी या फलों का जूस पिलाएं। चॉकलेट या चिप्स खिलाने की बजाय भुने हुए चने दें।
बच्चों की जिद या उन्हें खुश करने के लिए कई माता-पिता बिना सोचे समझे चॉकलेट, चिप्स, टॉफी, और सॉफ्ट ड्रिंक्स दिलाते रहते हैं। इससे बच्चों में मोटापा बढ़ता है। ऐसा करें :
बच्चे को सॉफ्ट ड्रिंक्स की बजाय नारियल पानी या फलों का जूस पिलाएं। चॉकलेट या चिप्स खिलाने की बजाय भुने हुए चने दें।
एक्टिविटीज में कमी
आजकल बच्चे टीवी, कंप्यूटर, वीडियो गेम्स, इंटरनेट और मोबाइल पर काफी समय गुजारने लगे हैं, जिससे उनका वजन बढ़ रहा है। ऐसा करें :
माता-पिता बच्चों को बैडमिंटन, फुटबॉल जैसे आउटडोर गेम्स खिलाएं और उनके साथ खेलें भी। गर्मी की छुट्टियों में उन्हें एक्टिविटी क्लासेज जैसे डांस, स्वीमिंग आदि जॉइन करवाएं।
आजकल बच्चे टीवी, कंप्यूटर, वीडियो गेम्स, इंटरनेट और मोबाइल पर काफी समय गुजारने लगे हैं, जिससे उनका वजन बढ़ रहा है। ऐसा करें :
माता-पिता बच्चों को बैडमिंटन, फुटबॉल जैसे आउटडोर गेम्स खिलाएं और उनके साथ खेलें भी। गर्मी की छुट्टियों में उन्हें एक्टिविटी क्लासेज जैसे डांस, स्वीमिंग आदि जॉइन करवाएं।