कारण : डायबिटीज, ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल अधिक होने व हृदय रोग के लक्षणों से भी यह रोग हो सकता है। शारीरिक गतिविधियों और एक्सरसाइज की कमी, अनियमित दिनचर्या, मानसिक तनाव, खानपान में अनियमितता, भोजन में मीठे और वसायुक्त पदार्थों की अधिकता व आनुवांशिक कारण आदि इसकी वजह हो सकती हैं।
लक्षण: अनियमित माहवारी, अधिक रक्तस्त्राव, मुंहासे, मोटापा, शरीर के अवांछित हिस्सों पर बालों का उगना, थकान, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और अनिद्रा।
सावधानियां : वजन न बढऩे दें। खानपान की आदतों पर शुरुआत से ही ध्यान देना जरूरी है।
जिन्हें पहले से हाई ब्लडप्रेशर व टाइप-टू डायबिटीज की समस्या हो वे डॉक्टर से नियमित चेकअप कराएं और उनके द्वारा निर्देशित दवाओं व खानपान को फॉलो करें।
कोलेस्ट्रॉल अधिक है तो तली-भुनी चीजों व मिठाइयों से दूर रहें। रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें। मॉर्निंग वॉक व एक्सरसाइज के समय में कटौती न करें।
आजकल युवतियां पीसीओएस की शिकार हो रही हैं। इसकी प्रमुख वजह उनकी खराब जीवनशैली है। फास्टफूड, तनाव, मोटापा, शारीरिक गतिविधियों का अभाव, टीवी व इंटरनेट पर अधिक समय बिताना इसकी वजह हैं।