रोज दौड़ने से भूख लगती है और पाचन में सुधार होता है। पसीना निकालने वाली दौड़ मेटाबॉलिज्म को तेज कर अतिरिक्त चर्बी को जलाने का काम करती है।
दौड़ने से दिमाग को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं,जिससे आप अपने शरीर व कामों पर बेहतर नियंत्रण कर सकते हैं।
सुबह या शाम की दौड़ से थके शरीर की मांसपेशियां आराम मांगती हैं, रात में गहरी नींद आती है।
रोज दौड़ने से रक्तसंचार और रक्तचाप में संतुलन बना रहता है और एक मांसपेशी के रूप में काम करने वाला हृदय स्वस्थ बना रहता है।
दौड़ना आपके डिप्रेशन और टेंशन को कम करने में मदद करता है और आप शरीर व लोगों के साथ जुड़ाव रखकर अच्छा महसूस करते हैं।
अध्ययनों से पता चला है कि नियमित रूप से दौड़ना टाइप -2डायबिटीज के खतरे को कम करता है और शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है।
दौड़ना आपके शरीर में एक स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, और इसके साथ जुड़े विभिन्न समस्याओं के खतरे को कम करता है।
दौड़ना उम्र संबंधी समस्याओं के खतरे को कम करता है और आपको एक मजबूत शारीरिक संरचना देता है।
जॉगिग या दौड़ने के लिए ये चीजें हैं जरूरी
समय और स्थान
सुबह उठकर दौड़ें तो सबसे अच्छा होगा। शाम को भी दौड़ सकते हैं। दौरने की जगह खुली, हवादार और लम्बे ट्रेक वाली हो तो बहुत बढिय़ा होगा।
बॉडी क्लॉक और अलार्म क्लॉक
आपकी अलार्म क्लॉक और बॉडी क्लॉक दोनों का सैट होना जरूरी है। अर्ली टू बेड, अर्ली टू राइज से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता।
जॉगिंग सूट
एक अच्छा जॉगिंग सूट या ट्रेक सूट लेने में कंजूसी न करें। मौसम के अनुसार दौड़ने के लिए अलग कपड़े रखें।
शूज-सॉक्स
अच्छे स्पोट्र्स शूज और सॉक्स खरीदें यह सेहत के लिए निवेश होगा। एक्सपर्ट हल्के और एक नंबर बड़े शूज खरीदने को कहते हैं।
वाटर बॉटल
अपने साथ पानी की बॉटल भी लेकर जाएं। जब भी भारीपन लगे तो थोड़ा पानी पी लें। दौड़ खत्म कर लें तो ज्यादा पानी पी सकते हैं।
म्यूजिक
आप मोबाइल, आईपॉड को साथी बना सकते हैं, वैसे जॉगिंग-रनिंग के दौरान लंबे समय तक म्यूजिक सुनना ठीक नहीं।
रनिंग पार्टनर
जितनी जल्दी हो अपना कोई ऐसा दोस्त बना ले जो आपके साथ रोज दौड़ सके। किसी के साथ दौड़ने से अच्छे नतीजे मिलते हैं।