लहसुन : कुदरती एंटीबायोटिक और ब्लड शुगर नियंत्रक है। इंसुलिन लेवल कंट्रोल करने पर शरीर में फैट बर्निंग प्रक्रिया तेज होती है। लहसुन थर्मोजेनिक भी है जो मेटाबोलिज्म बढ़ाता है। ग्रीन टी : इसमें फ्लेवोनाएड्स होते हैं जो मोटापा कम करने में सहायक होते हैं। इसका ईजीसीजी तत्व वसा को घटाता है।
सोयाबीन व फूलगोभी : इनमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर में कोलेस्ट्रोल घटाता है। केला भी उपयोगी
केले से भूख शांत होती है। यह पेट की फैट भी कम करता है। दालचीनी फैट बर्नर
दालचीनी भी फैट बर्नर है। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर एक छोटे गिलास पानी में भिगोकर पांच-दस मिनट बाद छान लें। एक चम्मच शहद मिलाकर नाश्ते से पहले व रात को सोने से पहले लें।
केले से भूख शांत होती है। यह पेट की फैट भी कम करता है। दालचीनी फैट बर्नर
दालचीनी भी फैट बर्नर है। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर एक छोटे गिलास पानी में भिगोकर पांच-दस मिनट बाद छान लें। एक चम्मच शहद मिलाकर नाश्ते से पहले व रात को सोने से पहले लें।
पुदीना, काली मिर्च
एक कप गर्म पानी में पुदीना, काली मिर्च व एक चम्मच शहद मिलाएं। इसे पांच मिनट रखकर छान लें और चाय की तरह पीएं। मेटाबोलिज्म बूस्ट होगा।
एक कप गर्म पानी में पुदीना, काली मिर्च व एक चम्मच शहद मिलाएं। इसे पांच मिनट रखकर छान लें और चाय की तरह पीएं। मेटाबोलिज्म बूस्ट होगा।