स्पेन के कोस्टा डेल सोल में दूषित दवा लेने के बाद 16 बच्चों में वेयरवोल्फ सिंड्रोम ( Werewolf syndrome ) विकसित हो गया है।
नई दिल्ली। मेडिकल साइंस जितनी तेजी से विकसित होती जा रही है, उससे साथ ही हर रोज एक से एक बड़ी बीमारियां सामने आ रही हैं। मशहूर टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल के देश स्पेन से एक ऐसी खबर आ रही है, जिसके बारे में सुनकर आप चौक जाएंगे। स्पेन के कोस्टा डेल सोल में दूषित दवा का सेवन करने से 16 बच्चों में ‘वेयरवोल्फ सिंड्रोम’ विकसित हो गया है।
शरीर पर भेड़िये की उग आते हैं बड़े-बड़े बाल अब आप सोच रहे होंगे कि ये ‘वेयरवोल्फ सिंड्रोम’ होता क्या है और इसका हमारे शरीर पर क्या असर पड़ता है। आपने रामायण में जाममंत का नाम तो सुना होगा। राम-रावण युद्ध में जाममंत ने भगवान राम की मदद की थी। जाममंत के पूरे शरीर पर बाल थे। इस सिड्रोम के शिकार लोगों के पूरे शरीर पर जाममंत की तरह बड़े-बड़े बाल हो जाते हैं। या फिर कह सकते हैं इंसान के शरीर पर भेड़िये की तरह बाल उग आते हैं।
एसिड बनने से रोकने और अपच का इलाज के लिए दी गई थी दूषित दवा बताया जा रहा है कि पीड़ित बच्चों में एसिड बनने से रोकने और अपच का इलाज करने के लिए खराब हो चुकी ओमेप्राज़ोल दवा को दिया गया था।
स्पैनिश एजेंसी फ़ॉर मेडिसिन्स एंड हेल्थ प्रोडक्ट्स ने उठाय सख्त कदम छोटे-छोटे निर्दोष बच्चों के इस बीमारी का शिकार होने के बाद स्पैनिश एजेंसी फ़ॉर मेडिसिन्स एंड हेल्थ प्रोडक्ट्स इसके लिए आरोपी कंपनी के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। इस एंजेंसी ने मालागा में स्थित कंपनी के कई बैचों पर बैन लगा दिया है।