‘लवकुश की नगरी से निकलेगा भगवान राम के मंदिर के निर्माण का रास्ता’
कानपुरPublished: Jul 13, 2016 07:43:00 pm
दोपहर के लगभग 3 बजे ज्योतीमठ के बद्रिका आश्रम के प्रमुख आत्मानंद ब्रम्हचारी सरस्वती जी महाराज संघ प्रमुख से मिलने के लिए कॉलेज परिसर में पहुंचे, लेकिन उन्हें आज शाम को संघ प्रमुख ने मिलने के लिए बुलाया है।
विनोद निगम
कानपुर। धार्मिक नगरी बिठूर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज में आरएसएस की बैठक चल रही है। बैठक के तीसरे दिन बुधवार की सुबह 10 से रात 12 बजे तक देशभर से 84 प्रान्त प्रचारक व अनुषांगिंक के पदाधिकारियों के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ बैठक करेंगे। वहीं आज दोपहर के लगभग 3 बजे ज्योतीमठ के बद्रिका आश्रम के प्रमुख आत्मानंद ब्रम्हचारी सरस्वती जी महाराज संघ प्रमुख से मिलने के लिए कॉलेज परिसर में पहुंचे, लेकिन उन्हें आज शाम को संघ प्रमुख ने मिलने के लिए बुलाया है।
मंदिर के निर्माण के लिए मांगेंगे सहयोग
जहां आत्मानंद सरस्वती ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आज शाम संघ प्रमुख ने चर्चा के लिए आंमत्रित किया है। जहां हम संत समाज और करोड़ों लोगों के दिल में बसने वाले भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण कराए जाने की मांग संघ प्रमुख मोहन भागवत से करेंगे कहा, श्री राम जन्म भूमि मंदिर तो बनना ही बनना है। संघ क्या करता है ये अलग है। संत समाज श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण कराएगा। ये संतों का विषय है संघ उसका सहयोग करता है, विहिप उसका सहयोग करता है। सरस्वती महाराज ने कहा कि हम संघ प्रमुख से संत के साथ ही हिन्दू समाज की भावनाओं के तहत से मंदिर निर्माण में सहयोग करने की बात करेंगे।
84 पदाधिकारियों के साथ बैठक आज
कानपुर में गंगा तट पर बिठूर में संघ का मंथन चल रहा है। ऐसे में राम जन्म भूमि को लेकर एकबार फिर से सुगबुगाहट शुरु हो गई है। सूत्रों के मुताबिक आज करीब 84 लोगों को संघ के मंथन शिविर में पहुंचना है। लेकिन इसके अलग भी संघ प्रमुख से लोग देश के कई बड़े मुद्दों पर चर्चा करने के लिए पहुंच रहे हैं। संघ भले ही इनकार करे लेकिन एकबार फिर संघ के चिंतन शिविर के बाहर पहुंचे इलाहाबाद से आए संत ने इसकी तस्दीक कर दी है कि संघ के इस अभ्य़ास वर्ग और समीक्षा कार्यक्रम में राम मंदिर पर चर्चा हो सकती है। आज इलाहाबाद से स्वामी आत्मानंद ब्रह्मचारी जी महाराज जो कि ज्योति मठ बद्रिका आश्रम हिमालय के संत हैं संघ प्रमुख से मुलाकात करने पहुंचे लेकिन बैठक में व्यस्त होने के चलते संघ प्रमुख से उनकी मुलाकात नहीं हो सकी। बतादें स्वामी जी संघ प्रमुख से राम जन्म भूमि में मंदिर निर्माण पर चर्चा करने पहुंचे थे। इसपर एक बात तो साफ है कि प्रतिनिध सभा में समसामयिक विषयों की चर्चा का हवाला देकर संघ बच तो नहीं सकता। गंगा तट पर अयोध्या में मंदिर पर चर्चा हो सकती है और साथ ही बीजेपी को यूपी फतेह करने का रोडमैप भी तैयार किया जा सकता है।