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दोनों हाथ और पैर काटने पड़े, क्योंकि सबसे भरोसेमंद ने ही इतना बड़ा कांड कर दिया और पता भी नहीं चला

Published: Aug 01, 2018 12:47:04 pm

Submitted by:

Sunil Chaurasia

ग्रेग के शरीर में फैले capnocytophaga canimorsus नाम के इस खतरनाक संक्रमण के पीछे ग्रेग का कुत्ता हो सकता है।

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दोनों हाथ और पैर काटने पड़े, क्योंकि सबसे भरोसेमंद ने ही इतना बड़ा कांड कर दिया और पता भी नहीं चला

नई दिल्ली। अमेरिका के विस्कॉन्सिन से एक बेहद ही दर्दनाक खबर आई है। विस्कॉन्सिन के वेस्ट वेन्ड के रहने वाले ग्रेग एम. (48) के दोनों पैर काट दिए गए हैं। इतना ही नहीं उनके दोनों हाथ भी खराब हो गए हैं। पिछले महीने ग्रेग के शरीर में एक खतरनाक संक्रमण फैलने लगा। जिसके बाद ग्रेग को अस्पताल के आपातकालीन वॉर्ड में एडमिट किया गया। ग्रेग के संक्रमण की जांच कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि उन्हें खून का संक्रमण हुआ है, जिसे capnocytophaga canimorsus कहा जाता है। आमतौर पर capnocytophaga canimorsus नाम का यह खतरनाक संक्रमण स्वस्थ कुत्ते या बिल्ली के लार में होता है। लेकिन ये सिर्फ उन्हीं लोगों के लिए खतरनाक होता है जिनका रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर होती है।
खतरनाक संक्रमण की वजह से डॉक्टरों ने ग्रेग के दोनों पैरों को घुटने तक काट दिया। इसके साथ ही डॉक्टरों ने ग्रेग के दोनों हाथों को भी काट डाला। डॉक्टरों ने बताया कि यदि समय पर ग्रेग के संक्रमित अंगों को काटा नहीं जाता तो उनकी जान भी जा सकती थी। संक्रमण की वजह से ग्रेग के चेहरे का नक्शा भी पूरी तरह से बिगड़ चुका है। उनके नाक की प्लास्टिक सर्जरी की गई है। ग्रेग के शरीर में फैले capnocytophaga canimorsus नाम के इस खतरनाक संक्रमण के पीछे ग्रेग का कुत्ता हो सकता है। जिसने ग्रेग के पैर को चाट लिया होगा, जिससे यह संक्रमण ग्रेग के शरीर में प्रवेश कर गया।
साल 2014 में जापान द्वारा किए गए एक शोध में पता चला कि यह संक्रमण फैलाने वाला बैक्टीरिया 69 फीसदी कुत्तों और 54 फीसदी बिल्लियों में पाया जाता है। यह बैक्टीरिया कुत्तों या बिल्लियों के काटने, चाटने के अलावा ज़्यादा करीबियों की वजह से भी इंसानी शरीर में प्रवेश कर सकता है। लेकिन ज्यादातर लोगों पर इस बैक्टीरिया का कोई खास असर नहीं पड़ता। फ्रांस द्वारा साल 2003 में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक, यह बैक्टीरिया उन लोगों के लिए ज़्यादा गंभीर बीमारी का कारण बनता है, जिन्होंने प्रतिरक्षा प्रणाली से समझौता किया है।
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