दक्षिण भारत के महाबलीपुरम में श्रीकृष्ण का ये चमत्कारिक पत्थर मौजूद है। ये बेहद विशालकाय है। इसे बटर बॉल के नाम से जाना जाता है। ये पत्थर करीब 50 टन का है। इस पत्थर की चौड़ाई 5 मीटर तथा ऊंचाई 20 फीट है। यह पत्थर करीब 45 डिग्री के कोण पर झुका हुआ है। हैरानी की बात यह है कि ये पत्थर बिना किसी सहारे के टिका हुआ है। ये करीब 1200 सालों से है। इस बटर बॉल को कई लोगों ने हिलाने की कोशिश की। मगर इसे कोई रत्ती भर भी खिसका तक नहीं सका है। यहां तक कि आंधी-तूफान और सुनामी तक का इस पत्थर पर कोई असर नहीं होता है।
चीन के युन्नान प्रांत में एक ऐसा जंगल है, जो पेड़ों की जगह सिर्फ पहाड़ों से बना हुआ है। इसे शिलिन स्टोन फॉरेस्ट के नाम से जाना जाता है। 270 साल पुराना ये जंगल 349 किलोमीटर तक फैला हुआ है। पहाड़ी चोटियों की बनावट ऐसी है कि उसे देखने पर ऐसा भ्रम होता है मानो वह पेड़ हो। मगर असल में ये कई पत्थरों से बनी होती है।
कैलिफोर्निया में जगह-जगह भारी-भरकम पत्थर पड़े हुए हैं। लोगों का मानना है कि यहां अदृश्य शक्तियां काम करती हैं। तभी इतने सुनसान मरुस्थल में भी अजीबो-गरीब लकीरें नजर आती हैं। ऐसा लगता है कि वहां मौजूद पत्थर चल रहे होते हैं और उनके पीछे लकीर बन जाती है। हैरानी की बात यह है कि इसे घसीटने का कोई निशान नहीं मिलता है। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि भौगोलिक वातावरण के चलते पत्थर अपने आप खिसकता है।
केन्या (Kenya) के रुडोल्फ लेक के पास बना आइलैंड भी काफी रहस्यमयी है। इसे ‘नो रिटर्न’ आइलैंड कहते हैं। कहा जाता है कि कई सालों पहले यहां लोग रहा करते थे, लेकिन एक दिन वो सब अचानक गायब हो गए। उनका पता आज तक नहीं चल पाया है इसलिए यहां जाने में लोगों को डर लगता है।
यहां दो झरने गिरते हैं, लेकिन पानी की एक धारा नीचे एक गड्ढ़े में आकर गायब हो जाता है। जबकि दूसरे का सामान्य तरीके से गिरता है। वैज्ञानिक आज तक पता नहीं लगा पाए हैं कि एक जलधारा कहां जाती है। इसका छोर कहां हैं। कुछ लोगों का मानना है कि ये सीधे पाताल लोक जाती है।