प्राधिकरण ने बताया कि खज़ानेे में सोने के 24 सिक्के और एक जोड़ी झुमका शामिल है। एक अंग्रेज़ी वेबसाइट के मुताबिक ये खज़ाना 11वीं शताब्दी के आस-पास किसी शख्स ने यहां छिपाया होगा, जो इसे वापस ले जाने में सक्षम नहीं होगा..जिसकी वजह से ये बेशकीमती खज़ाना यहीं रह गया। ये उस समय का खज़ाना है जब अब्बासिद और फातिमिद इस क्षेत्र के खलीफा हुआ करते थे। खज़ाने की तलाश में उत्खनन करने वाली इज़राइल पुरातनता प्राधिकरण (आईएए ) के निदेशक पीटर गेंडेलमैन और मोहम्मद हतर ने खज़ाने के बारे में काफी अहम जानकारियां दीं।
आईएए के एक बयान में कहा गया है कि इस खज़ाने की खोज को शहर के मध्ययुगीन इतिहास के सबसे नाटकीय घटनाओं में से एक रहे साल 1101 में शहर के क्रूसेर विजय से जोड़ा जा सकता है। प्राधिकरण ने बताया कि साल 1100 से 1118 के बीच शहर के अधिकांश निवासी बाल्डविन प्रथम की सेना द्वारा किए गए नरसंहार में मौत के घाट उतार दिए गए थे। उस समय बाल्डविन प्रथन यरूशलेम के क्रूसर साम्राज्य का राजा हुआ करता था। प्राधिकरण का मानना है कि खजाने के मालिक और उसके परिवार की नरसंहार में या को मृत्यु हो गई होगी या फिर उन्हें दासता में बेच दिया गया होगा।