मामला पुदुच्चेरी (पहले पॉन्डिचेरी) का है। बीते बुधवार को लड़के ने पुलिस के पास जाकर अपना जुर्म भी कबूल लिया है। आइए अब जानते हैं कि पूरा किस्सा क्या है?
28 वर्षीय इस युवक का नाम जे अमलपावनाथन है और वह कम्प्यूटर एप्लीकेशन्स में ग्रेजुएट है। साल 2013 में युवक के पिता जयासेकारा उदियार का देहांत हो जाता है। इसके बाद से ही उनकी पहली पत्नी जे सेलभी और दूसरी पत्नी जयामारी के बीच पति के सम्पत्ति के लिए विवाद चलता रहता है।
जे सेलभी को इस बात का डर था कि इस सिलसिले में जयामारी उस पर हमला बोल सकती है और अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए वह अपने बड़े भाई मनिभान्नान जो कि AIADMK के एक नेता भी है उनके पास चली जाती है। हालांकि जयामारी का गुस्सा इतने पर भी शान्त नहीं हुआ। वह कुछ गुंडों से मनिभान्नान पर हमला करवाती है जिसके बाद पुलिस जयामारी सहित हमले में शामिल बाकी लोगों को गिरफ्तार कर लेती है।
जमानत पर रिहा होने के बाद जयामारी अपने 28 वर्षीय बेटे अमलपावनाथन के साथ रहने लगती है। इसके बाद से ही मां—बेटे में हर रोज झगड़ा होने लगता है। जयामारी से मिलने हर रोज कोई न कोई मर्द घर पर आता रहता था और बेटे को मां की यही बात बुरी लगती थी। गैर मर्दों के साथ संबंध रखने के चलते जयामारी का बेटा अपनी मां से नाखुश रहता था।
गुनाह स्वीकारते वक्त युवक ने पुलिस को यह भी बताया कि इसी बात के चलते उसकी बीवी भी उसे छोड़कर चली गई क्योंकि उसे भी अपनी सास की यह बर्ताव पसंद नहीं आता था। यहां तक कि फ्रांस में रहने वाली उसकी बहन ने भी इसी बात के चलते घर में बात करना बंद कर दिया।
एक दिन मां से इसी बात पर वह बहस कर रहा था। इसी बीच गुस्से में आकर वह एक कुर्सी लेकर अपनी मां की ओर बढ़ा। इसके बाद किसी धारदार हथियार से उसके गले पर वार किया जिससे जयामारी की मौत हो गई।
मां की हत्या को अंजाम देने के बाद वह खून से सने उसके शरीर को एक कमरे में बंद कर देता है। इसके बाद वह एक नॉर्मल लाइफ बिताने की कोशिश करता है जैसे कि वह मां के मृत शरीर के पास बैठकर लंच या डिनर किया करता था। हालांकि बुधवार के दिन उसने अर्लिनपेट थाने में जाकर आत्मसमर्पण कर दिया।